
Liver Cancer (लिवर कैंसर) – कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचार
लिवर कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसमें यकृत (Liver) की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं। यह समस्या अधिकतर पुरानी लिवर बीमारी, हेपेटाइटिस बी/सी, फैटी लिवर, या लिवर सिरोसिस के लंबे समय तक रहने से उत्पन्न होती है।
Liver Cancer कैसे होता है?
लिवर कैंसर धीरे-धीरे विकसित होता है। इसके मुख्य कारण निम्न हैं:
- लंबे समय तक हेपेटाइटिस बी या सी
- अल्कोहलिक फैटी लिवर
- नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर (NAFLD)
- लिवर सिरोसिस
- धूम्रपान एवं नशे की आदत
- मोटापा एवं अनियमित जीवनशैली
- रसायन युक्त भोजन व दवाओं का अधिक सेवन
Liver Cancer के प्रमुख लक्षण
शुरुआत में इसके लक्षण बहुत हल्के होते हैं, लेकिन समय के साथ गंभीर हो जाते हैं:
- लगातार थकान और कमजोरी
- भूख में कमी और वजन घटना
- पेट के दाहिने हिस्से में दर्द या भारीपन
- पेट में पानी भरना (Ascites)
- आंखों व त्वचा का पीला पड़ना (Jaundice)
- मतली, उल्टी
- लिवर का बढ़ जाना

⚠️ नोट: यदि ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो जांच कराना अत्यंत आवश्यक है।
आयुर्वेद में Liver Cancer की अवधारणा
आयुर्वेद के अनुसार, लिवर कैंसर पित्त दोष, रक्त दूषण, और अग्नि मंदता के कारण उत्पन्न होता है।
जब लिवर की शोधन (Detoxification) क्षमता कम हो जाती है, तब शरीर में विषैले तत्व (आम) जमा होकर गंभीर रोगों को जन्म देते हैं।
आयुर्वेद का उद्देश्य केवल कैंसर को रोकना ही नहीं, बल्कि:
- लिवर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करना
- शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना
- रोग की जड़ पर कार्य करना
Dr. Vikas Saroch के मार्गदर्शन में Ayuceutical में लिवर कैंसर को आयुर्वेदिक पद्धति से संतुलित और नियंत्रित करने का प्रयास किया जाता है।
उपचार की मुख्य विशेषताएं:
- 100% प्राकृतिक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां
- पित्त दोष व रक्त शुद्धि पर विशेष ध्यान
- लिवर की कार्यक्षमता को सुधारने वाले हर्बल फार्मूले
- रोगी की स्थिति के अनुसार पर्सनलाइज्ड ट्रीटमेंट
- बिना कीमोथेरेपी के शरीर को सपोर्ट करना
- इम्यून सिस्टम को मजबूत करना
👉 उपचार का उद्देश्य रोग की प्रगति को धीमा करना, जीवन की गुणवत्ता सुधारना और लक्षणों में राहत देना है।
परामर्श के लिए संपर्क करें
यदि आप या आपके परिवार में कोई लिवर कैंसर या गंभीर लिवर रोग से जूझ रहा है, तो आज ही आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लें।